वो अजनबी
समय – 1700 वर्ष ..
वक्त और स्थान – अज्ञात
मैं पिछले कई घंटो से सफ़र कर रहा था अथाह समुद्र में ये मेरी पहली यात्रा थी मुझे अभी होश आया है और मैंने महसूस किया की मै आँखों पर पट्टी बांध कर यात्रा कर रहा था .. मैंने पाया की मै एक कैदी हु एक बहुत बड़े जहाज के तहखाने में और शायद पुरी तरह अकेला भी .. अभी मै सोच रहा था की मै यहाँ आया कैसे की तभी कदमो की आवाज़ आई .. जंजीर की खनक बता रही थी की उनमे से एक कैदी है
मेरे कैद खाने के सामने आ कर कदमो की आवाज बंद हो गयी .. अचानक मेरे कैदखाने का दरवाजा खुलने की आवाज़ आई और उस कैदी को अन्दर की ओर धक्का दिया गया और मै सैनिक के जाने का इन्तेजार करने लगा
हेल्लो .. कोई है आप ठीक तो है न
पहली बार में उसने कुछ नहीं बोला शायद उसने सुना नहीं मैंने दोबारा कोशिश की
हेल्लो मैडम .. आप ठीक है न
हेल्लो ... तुम कौन हो ?
मै एल्डर .. और आप कौन ? क्या आप मुझे देख सकती है ?
मै एरि.. रोक्सी .. आपको नहीं देख सकती आंख पर पट्टी बंधी है
ओह्ह मेरी भी आंख बंद है और हाथ भी (मैंने गहरी सांस ली )
तुम यहाँ कैसे आये एल्डर .. अपने बारे में कुछ बताओ
पता नहीं रोक्सी .. मुझे जब होश आया तो मैंने खुद को यहाँ पाया और तुम
शुरू से बताओ एल्डर .. हमारे पास सुबह तक का समय है .. मैंने उन्हें बात करते सुना है .. वे हमें सुबह मार देंगे
मुझे रोक्सी की बातो ने डरा ही दिया
दिल तो कर रहा था की पट्टी हटा कर देखू उस साहसी लड़की को पर
तुम्हारा बचपन कैसे था एल्डर
मेरा बचपन मै सोच में डूब गया और
मेरा बचपन फ्रांस के छोटे से गाँव एल्तेब्रा में बिता था .. मेरे परिवार में सिर्फ माँ एमिली थी .. पिता के बारे में कुछ नहीं पता था उन्हें कभी नहीं देखा सिर्फ उनका नाम याद है ज्युडियल
मै जब 19 साल का था तब मेरी माँ का देहांत हो गया
हमारे पास इलाज करने के पैसे नहीं थे उन्हें बुखार था .. हमारा परिवार पुरे गाँव में सबसे गरीब था मेरी माँ दुसरे के घरो और खेतो में काम करके हम सबका पेट पालती थी
(मैंने एक ठंडी सांस छोड़ी और बंधी आँखों से बाहर देखने लगा) मेरी माँ के मरने के बाद मुझे भी खेतो में काम करना पड़ा
एक दिन पुरे गाँव में महामारी फैल गयी मेरे गाँव से थोड़ी दुरी पर एक नदी थी उसी में मुझे एक बोट मिल गयी और मैने गाँव छोड़ दिया .. हमेशा के लिए और एक नए गाँव टेक्सिला में शरण ले ली जो धीरे – धीरे विकसित हो रहा था .. यहाँ पर एक बंदरगाह था मैं यही पर काम करने लगा .. सब कुछ अच्छा चल रहा था की
एक दिन मेरी मुलाकात एक खूबसूरत लड़की से हुई वो जहाज से निचे उतर रही थी एक महिला के साथ .. मै उसके पीछे हो लिया और उसका घर देख लिया .. कभी कभी हमारी मुलाकात होने लगी .. फिर बात होने लगी और हमने शादी का फैसला कर लिया हम लोग बहुत खुश थे पर
पर क्या एल्डर .. तुम्हारी शादी तो हुई न
नहीं हो पाई .. शादी के एक दिन पहले न जाने एरिना कहा गायब हो गयी .. मैंने उसे बहुत खोजा पर मुझे वो कही नहीं मिली .. मुझे यकीं नहीं था की वो बेवफा निकलेगी .. और एक दिन मेरी बंदरगाह के मालिक से तकरार हो गयी और मुझे लगता है उसी ने मुझ यहाँ कैदी बनवा दिया
मैंने महसूस किया की रोक्सी घिसट कर कही जा रही है .. शायद खिड़की के पास ..
अब अच्छा लग रहा है ..
क्या हुआ रोक्सी .. क्या अच्छा लग रहा है
कुछ नहीं .. मै खिड़की के पास आई हु कितनी ठंडी हवा चल रही है .. उफ़ ये बादल की गर्जन मौसम को खुशनुमा बना रही है अगर मै कैदी नहीं होती तो इस मौसम का भरपूर आनंद उठाती
मै हैरान था कितनी मोहक बाते करती है .. मेरी उत्सुकता बढ़ गई
अब अपने बारे में बताओ रोक्सी
रोक्सी कुछ देर तक शांत बैठी रही फिर उसने बताना शुरू किया
मै स्कॉटलैंड के छोटे से कस्बे वूड्लन से हु मै अपने माता – पिता के साथ ख़ुशी – ख़ुशी रहती थी मेरे पिता मिल में काम करते थे और माँ घर के काम
एक दिन मिल से खबर आई की पिताजी काम करते वक़्त मशीन में गिर गए और ..
ये खबर सुनते ही हम सदमे में आ गए .. लोग आये सान्तवना दी और चलते बने मै उस समय 17 साल की थी पर लोगो की नजर बखूबी समझती थी वो माँ को चाहते थे पर माँ ने मना कर दिया
एक दिन रात में कुछ लोग घुस आये और माँ को जबरदस्ती कही ले गए .. मै डर कर घर से भाग कर आंटी के यहाँ छुप गयी सुबह पता चला उन्होंने माँ को मार डाला है और वो मेरे पीछे भी पड़े है
इसलिए आंटी मुझे जहाज से किसी तरह बहुत दूर टेक्सिला ले गयी वहा मेरी मुलाकात एक खुबसूरत लड़के से हुई उसने घर तक मेरा पीछा किया .. मैंने बातचीत की शुरुवात की .. दोस्ती हुई और एक दिन प्यार .. हम जल्द ही शादी करने वाले थे पर शादी के एक दिन पहले उन लोगो ने मुझे खोज लिया और मेरा अपहरण कर पहले मेरा रेप किया और फिर मुझे इन डाकुओ के हवाले कर दिया और कल हमें ये बीच समुद्र में मार देंगे
मै हैरान था रोक्सी की कहानी सुन कर .. मुझे यकीं नहीं हुआ की ये रोक्सी नहीं एरिना है ..
मै कुछ कह पाता इससे पहले ही डाकुओ ने दरवाजा खोला और हमें जबरदस्ती जहाज के उपरी सिरे पर ले गए और हम दोनों को एक – एक करके मारने ही वाले थे की मैंने पूछ ही लिया
तुम एरिना हो न
हा
मै तुम्हे बहुत चाहता हु
मै भी
आवाज़ से अंदाज़ लगा की एरिना किनारे खड़ी है मैंने बिना कोई पल गवाए उसकी तरफ दौड़ लगा दी और उसे पकड़ कर समुद्र में कूद गया
मेरे हाथ में चमड़े के पट्टे पहनाये गए थे जिन्हें मैंने तोड़ दिया फिर मैंने एरिना की आंख की पट्टी खोली और उसे लेकर उस समुद्र में तैरने लगा .. थोड़ी दुरी पर एक लकड़ी का फट्टा मिला मै एरिना को लेकर उस पर चढ़ा और एक खूबसूरत जगह चल दिया .. बाकि की जिंदगी के लिए ।
समाप्त
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Rating - 120/200 Points
Word limit penalty - Minus 4 Points
Final Rating - 116/200
Bhasha shaili achchhi hai is kahani mey, par dishaheen lagi mujhe ye. Pichhli baar ke muqable kahani aur kala mey sudhaar dikh raha hai.
Total Points after 2 Rounds - 206/400
Judge - Mohit Trendster
bilkul baba z .. agli baar aur mehnat karunga .. thanks baba z
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